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यह किसी सस्पेंस थ्रिलर से कम नहीं था। मुंबई में दादा साहेब फाल्के एकेडमी अवार्ड समारोह में बीती रात आमिर खान का आखिरी क्षण तक इंतजार होता रहा। सबको यही लग रहा था कि आमिर अब आएंगे, तब आएंगे। लेकिन, वह नहीं आए।
भारतीय सिनेमा के सौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस विशेष समारोह में आमिर आने को तैयार हो गए थे। उनको दादा साहब फाल्के की मोम की मूर्ति का अनावरण करना था। जब वह नहीं आए तो यह काम अमिताभ बच्चन ने किया।
एक आयोजक का कहना है कि आमिर ने उनको लिखकर यह दिया था कि वह इस समारोह में आधे घंटे के लिए आएंगे। अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना जैसे वरिष्ठ एक्टरों के साथ बैठने की उनकी व्यवस्था की गई थी। लेकिन, आमिर ने वादा नहीं निभाया।
सूत्रों के अनुसार, आमिर मुंबई में ही थे और अपनी महत्वाकांक्षी टीवी शो सत्यमेव जयते के प्रमोशन में व्यस्त थे। इसी रविवार से उनकी शो शुरू होने वाली है। उधर वह अपने शो के प्रचार में लगे थे इधर सभी लोग बेसब्री से समारोह में उनका इंतजार कर रहे थे। आयोजकों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
दादा साहेब फाल्के की मूर्ति का अनावरण अमिताभ ने किया। उनको फाल्के रत्न अवार्ड भी दिया गया। बीते जमाने की खूबसूरत हीरोइन तनुजा और अजय देवगन को भी अवार्ड मिले जिसे लेने के लिए समारोह में काजोल और तनिशा वहां मौजूद थीं। अजय शूटिंग के सिलसिले में मुंबई से बाहर हैं और तनुजा बांह के फ्रैक्चर का इलाज करवा रही हैं।
रोहित शेट्टी को बेस्ट क्लासिकल और कमर्शियल डायरेक्टर अवार्ड दिया गया। एकता कपूर फाल्के आइकॉन प्रोड्यूसर अवार्ड से नवाजी गईं। रवीना टंड़न अपने पति अनिल ठंडानी और उनके ससुर कुंदन ठंडानी मौजूद थे। रवीना बहुत खुश हुईं जब भारतीय सिनेमा में योगदान देने के लिए कुंदन ठंडानी को सम्मानित किया गया।
समारोह में फरहान अख्तर, राम कपूर, साक्षी तंवर और परिणीत चोपड़ा सहित फिल्म और टेलीविजन की कई हस्तियां मौजूद थीं। विनोद खन्ना और विद्या बालन भी अवार्ड लेने नहीं आ सके। वहीदा रहमान बेंगलुरू में थी और बीमार होने के कारण समारोह में शिरकत नहीं कर पाईं।
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