
विद्या बालन अपने पुराने प्यार को छुपाकर नहीं रख पाईं हैं लेकिन यह किसी व्यक्ति के साथ नहीं बल्कि एक शहर के साथ है।
विद्या बालन मानती हैं कि वह कोलकाता शहर के लिए काफी जुनूनी हैं। यह शहर उनके द्वारा किए गए कई प्रदर्शन के कारण भी उन्हें याद है। विद्या ने एक दशक पहले गौतम हालदार की फिल्म 'भालो ठीको' के साथ अभिनय की शुरुआत की और इसके बाद 'परिणीता' (2005) और 'कहानी' दोनों ही बंगाल की पृष्ठभूमि पर आधारित थी।
केरल में जन्मीं विद्या का कहना है कि उन्हें नहीं मालूम कि क्यों वे इस शहर से इतना प्यार करती हैं। उन्होंने यह समझने की कोशिश करना भी बंद कर दिया है। उन्होंने स्वीकार किया है कि वहाँ से एक रिश्ता है। उनकी माँ कहतीं हैं कि उनका पूर्वजन्म का कोई रिश्ता हो सकता है क्योंकि बंगाल से इतना प्यार करने का कोई भी कारण उन्हें पता नहीं है।
विद्या कहतीं हैं कि वह बांग्ला भाषा सीख रहीं हैं। वे जानतीं हैं कि कुछ गाने और कविताएं कैसे गाए जाते हैं। उनका कहना है कि कोलकाता के लिए उनके प्यार को देखकर लोगों को अक्सर उनके बंगाली होने का भ्रम भी होता है।
फिल्म डर्टी पिक्चर में काम कर रही विद्या ने बताया कि जब वे पहली बार कोलकाता गईं तो वहां उन्होंने अपनेपन की भावना महसूस की।
0 comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.