
छ: वर्ष के फिल्म कॅरियर में अभय देओल दो कॉमर्शियल हिट्स देने में कामयाब रहे हैं। इन दो फिल्मों के अलावा उनकी अन्य फिल्मों को भी प्रशंसा मिली। यह डीवीडी मार्केट में ज्यादा पसंद की गईं, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर कोई खास जादू नहीं चला पाईं।
अभय को अपने द्वारा चुनी गई फिल्मों पर कोई अफसोस तो नहीं है। लेकिन फिल्मों का न चल पाना उन्हें परेशान कर रहा था। इसीलिए वह फिल्में छोड़ने तक का मन बना रहे थे। वह कहते हैं, ‘मैं जानता था कि जो फिल्में मैं चुन रहा था वह आज तक पसंद की जाती हैं और यह डीवीडी मार्केट में हिट रही हैं। लेकिन कॉमर्शियल सफलता न मिल पाना मुझे परेशान कर रहा था।
फिर ‘देव डी’ और ‘जिंदगी न मिलेगी दोबारा’ ने इसे बदल दिया।’गुजरे समय को याद करते हुए वह कहते हैं, ‘मेरे लिए यह समय निकालना आसान नहीं था। ‘ऑल्टरनेट हीरो’ वाले टैग के साथ चल पाना मुझे मुश्किल लग रहा था। मुझे लग रहा था कि इस तरह फिल्में करने से बेहतर है कि मैं फिल्में छोड़ ही देता। जबकि आज निर्माता और निर्देशक मुझे मुख्यधारा की फिल्मों के लिए एप्रोच कर रहे हैं।
जो लोग पहले मेरे साथ काम करने से कतरा रहे थे अब इस कोशिश में हैं।’ वैसे अभय ने यह साफ कर दिया है कि हिट फिल्म मिल जाने के बाद भी वह फिल्मों की अपनी पसंद में कोई बदलाव नहीं करेंगे। आपको बता दें कि अगली फिल्मों पर काम शुरू करने से पहले अभय एक छोटी-सी वेकेशन पर जाना चाहते हैं।
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